1. यह वर्ग संख्या की दृष्टि से बहुत बड़ा है। 2. तीसरे मोर्चे के समर्थकों में पिछड़ा वर्ग संख्या अधिक है। 3. और, शायद यह वर्ग संख्या में सबसे अधिक है। 4. अब नगर, ग्राम, मोहल्ले की वर्ग संख्या को दूना करके उसमें अपने वर्ग की संख्या जोड़ दें। 5. सच तो यह है कि आज हमारे समाज में मजदूर वर्ग संख्या में सबसे बड़ा वर्ग बन गया है। 6. दूसरी ओर, हिन्दोस्तानी मजदूर वर्ग संख्या में बहुत बढ़ गया है तथा उसकी रचना की विविधता भी बहुत बढ़ गई है। 7. वर्ग संख्या और उसके सम या विषम होने के आधार पर कई प्रकार के वास्तुमंडल हुये, जिनमें कुछ निम्नवत हैं:8. सर्वप्रथम नगर-मोहल्ला और व्यक्ति के नाम का वर्ग, वर्ग का वर्ण, वर्गेश, वर्ग संख्या और वर्ग की दिशा ज्ञात करनी चाहिये। 9. उच्च वर्ग संख्या में सीमित है, इसलिए अर्थव्यवस्था का सारा उद्यम मध्य वर्ग को तरह-तरह के उपभोगों की ओर आकर्षित करने पर केंद्रित रहता है। 10. हालांकि ऐसा वर्ग संख्या में कम हो सकता है लेकिन वह हमारे सामाजिक ताने-बाने व व्यवस्था पर जो प्रभाव छोड़ रहे हैं, वह काफी गहरा है।